FAQ

भगवान प्लीज तुरंत प्रगट होवो  पुकार क्या है ?

भगवान प्लीज तुरंत प्रगट होवो- भगवान को बिना भ्रम के सबको दिखते, सबसे बातचीत करते, सबके साथ हँसते-खेलते, नाचते-गाते, सबको बिना भ्रम के गोद उठाते, सबको बिना भ्रम के लाड दुलार करते,  सबको बिना भ्रम के आनंदित-परमानंदित करते-कराते, सदा-सदा के लिए प्रगट रहने वास्ते केवल एक पुकार है..

क्या इसमें कोई पैसा, सेवा, चंदा, दान-दक्षिणा, वस्तु इत्यादि कुछ भी लिया जाता है..?

जी नहीं, इसमें कोई पैसा, सेवा, चंदा,दान- दक्षिणा, वस्तु आदि कुछ भी नहीं लिया जाता है..    

क्या इसमें कोई गुरु, संत, मुल्ला-मौलवी, फादर-पादरी आदि कोई कुछ भी है?

जी नहीं, इसमें कोई गुरु, संत, मुल्ला-मौलवी, फादर-पादरी आदि कुछ भी नहीं हैं..

क्या आप लोगों का कोई आश्रम, शाखा आदि कहीं कोई कुछ है?

जी नहीं, इसकी कहीं भी, कोई भी शाखा या आश्रम आदि कुछ भी नहीं है.

क्या इसमें कोई शिक्षा-दीक्षा, नियम-व्रत, पूजा-पाठ, ज्ञान-ध्यान, इबादत, प्रेयर आदि कुछ है ? 

जी नहीं, इसमें कोई शिक्षा-दीक्षा, नियम- व्रत, पूजा- पाठ, ज्ञान-ध्यान, इबादत, प्रेयर आदि कुछ भी नहीं है.. यह केवल एक पुकार है..

इस पुकार में जुड़ने के लिए क्या कहीं आना जाना पड़ेगा?

जी नहीं, इस पुकार में जुड़ने के लिए कहीं भी जाने-आने की जरूरत नहीं हैं.. जहाँ हैं, वही से, जैसे भी बन पाए वैसे ही एक पुकार भगवान को बिना भ्रम के प्रगट रहने की दे-दी बस हो गयी पुकार.. 

क्या पुकारने का कोई मन्त्र या विशेष विधि है?

भगवान प्लीज तुरंत प्रगट होवो -पुकार में कोई मन्त्र  नहीं है..भगवान को पुकारने की कोई विधि नहीं है.. जैसे हम अपनी जरूरत की चीजों की माँग कैसे भी, किसी भी भाषा में, किसी भी तरीके से कर लेते हैं.. वैसे ही एक पुकार भगवान को बिना भ्रम के प्रगट रहने वास्ते भी देनी है..  

क्या इसमें किसी विशेष भाषा में ही पुकारा जाता है?

जी नहीं, भगवान को हम किसी भी भाषा में, कैसे भी पुकार सकते हैं.. इसमें भाषा का कोई बंधन नहीं है.. हिंदी, उर्दू, अंग्रेजी या दुनिया की किसी भी भाषा में पुकार सकते हैं.. यहाँ तक की बिना होंठ हिलाए ही सही उसे पुकार लगा सकते हैं..

क्या पुकारने के लिए कहीं इकठ्ठा होना पड़ेगा?

जी नहीं, भगवान को पुकारने के लिए कहीं भी इकठ्ठा होने की कोई जरूरत नहीं है.. जहाँ हैं वही से उसे आवाज दे दे..

क्या पुकारने का कोई समय है?

जी नहीं, पुकारने का कोई भी निश्चित समय नहीं है.. जब भी याद आया.. जहाँ भी याद आया तभी पुकार लिए..

दिन में कितनी बार पुकारना है…?

भगवान प्लीज तुरंत प्रगट होवो कोई मन्त्र नहीं है.. यह केवल एक पुकार है.. इसमें दिन और रात का कोई बंधन नहीं है.. जब याद आया तभी पुकार लिए.. भूल गए कोई बात नहीं.. इसमें पुकार का कोई नियम नहीं है.. जितना बन पाए उतना पुकार लें.. 

जब ऐसे पुकारने से भगवान प्रगट नहीं होंगे तो फिर पुकार लगाने से फायदा क्या?

आपका कहाँ बिलकुल सही है परन्तु जैसे हम बिना किसी गारंटी के अपनी जरुरत की चीजों की माँग भगवान से करते रहते हैं.. वैसे ही एक माँग भगवान से बिना भ्रम के प्रगट रहने की और भी तो कर ही सकते हैं.. पुकारने में नुक्सान ही क्या है..?

अभी से क्यों पुकारें.. भगवान ने वादा किया है कलियुग के अंत में आयेंगे..

भगवान! हम कलियुग के बीतने का इंतजार नहीं कर सकते हैं.. कलियुग पता नहीं कब बीतेगा.. परन्तु हमारी तो उम्र निर्धारित है.. भगवान! तू तो समय का भी रचयिता है.. समय का भी माँ बाप है.. प्लीज भगवान तुरंत प्रगट होवो..

भगवान! तो कण-कण में हैं फिर कहाँ से प्रगट होंगे..?

भगवान से निवेदन है की भगवान! तू जो कण-कण में है वह बिना भ्रम के सबको दिखते, सबसे बातचीत करते, सबके साथ हँसते खेलते नाचते गाते सबको आनंदित करते सदा सदा के लिए भगवान प्लीज तुरंत प्रगट होवो..

क्या अत्याचार मिटाने के लिए भगवान को पुकार रहे हैं?

जी नहीं, भगवान प्लीज तुरंत प्रगट होवो पुकार में रावन कंस को मारने के लिए नहीं पुकारा जा रहा है.. इस पुकार में यह कहा जा रहा है की भगवान! तू हमारा वास्तविक माँ-बाप जब सबको बिना भ्रम के दिखते, बातचीत करते प्रगट रहेगा तो फिर कौन रावन-कंस बनेगा….

इतना प्रचार व प्रसार क्यों किया जा रहा है? 

हम एक बार में भगवान को सिर्फ एक ही आवाज दे सकते हैं.. ऐसे में अगर आपने भी एक आवाज दे-दी तो पुकार की ताकत दुगुनी हो जायेगी.. आपने दो और को बताया.. हमने २ को और बताया.. तो ऐसे ही जब लाखों-करोड़ो लोग भगवान को प्रगट रहने की पुकार करेंगे तो भगवान के कानो में लाखों-करोंडो पुकार जायेगी.. तो वह दयालु भगवान प्रगट होने की नहीं सोचेगा..

पुकार में कैसे जुड़े?

जी इस पुकार में जुड़ने के लिए अलग से कुछ भी करने की जरूरत नहीं है.. जहाँ हैं वहीं से एक पुकार देनी है.. आपने एक आवाज भगवान प्लीज तुरंत प्रगट होवो की दी आप जुड़ गए इस पुकार में..  भगवान प्लीज तुरंत प्रगट होवो पुकार की अधिक जानकारी के लिए आप हमें 022-287 222 22 व 90 7600 6700 पर संपर्क कर सकते हैं…

  

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